अकारांत शब्द के रूप पुंल्लिग – Akarant Shabd Roop in Sanskrit
हेलो दोस्तों शब्दरूप वेबसाइट पर आपका स्वागत है जहा हम आपके लिए नए नए यूज़ फुल आर्टिकल लेकर आते रहते हैं। आज के इस आर्टिकल में हम Akarant Shabd Roop के संस्कृत अर्थ के बारे में और अकारांत शब्द से सम्बंधित परीक्षाओ में पुछे जाने वाले प्रश्नों के बारे में बताएँगे।
हमने पिछले आर्टिकल में आपको Chhatra Shabd Roop in Sanskrit अर्थ के बारे में बताया और इससे सम्बंधित पुछे जाने वाले प्रश्नों के बारे में बताया था। अगर अपने हमारा पिछला आर्टिकल नही पढ़ा है तो आप हमारे द्वारा उपर दिए गए लिंक पर क्लिक कर कर हमारे पिछले आर्टिकल को आसानी से पढ़ सकते हैं।
Akarant Shabd Roop एक ऐसा शब्द है जिससे सम्बंधित बहुत से ऐसे प्रश्न हैं जो परीक्षाओ में पुछ लिये जाते हैं। आपने देखा भी होगा अक्सर बहुत बहुत हिंदी संस्कृत की परीक्षाओ में Akarant Shabd Roop का अर्थ पुछ लिया जाता है इसलिए आपको इसके बारे में जानकारी होना अवश्य है।
अगर आपको Akarant Shabd Roop के बारे में नही पता और आप माता शब्द के बारे में जानना चाहते हैं तो आप बिल्कुल सही जगह आये हैं। अक्सर देखने को मिलता है कक्षा 6, 7, 8, 9, 10 के विद्यार्थियों को पुष्श पब्द रूप के बारे में पुछ लिया जाता है।
यदि आप Akarant Shabd Roop के बारे में संस्कृत में जानना चाहते हैं तो आप हमारे द्वारा लिखे गए इस आर्टिकल को अंत तक ध्यानपूर्वक पढ़ें।
अकारांत शब्द का अर्थ (Akarant Shabd Roop)
अगर आप Akarant Shabd Roop का अर्थ जानना चाहते हैं तो आप बिलकुल सही आर्टिकल पढ़ रहे हैं। आपको बता दें की अकारांत शब्द वे शब्द हैं जिसका अर्थ अकार से होता है। अर्थात जिनके अंत में ‘ अ ‘ होता है. लता, बाला, रमा, बालिका, विमला, वीना,आदि अनेक शब्द है।
शब्द “अकारांत” और “अकारांत” दोनों उन संज्ञाओं को दर्शाते हैं जो “या” में समाप्त होती हैं। अकारांत शब्द की संस्कृत उत्पत्ति के संबंध में निम्नलिखित जानकारी उपलब्ध है।
नोट– राम , नृप , गज , वानर, सर्प , कूप , तड़ाग , वृक्ष ,मनुष्य , मयूर , नाग , सिंह , खग , पाद , कुक्कुर , व्याघ्र , इंद्र , गणेश , जनक , कर, अश्व , सेवक ,चंद्र , छात्र , ईश्वर आदि शब्दों के रूप “बालक” के समान चलते है।
अकारान्त पुंल्लिग बालक शब्द के रूप (Akarant Shabd Roop)
अकारान्त पुंल्लिग बालक शब्द रूप: जिस तरह एक लड़की को एक को”लड़की” कहा जाता है उसी तरह एक लड़के को “पुरुष का लड़का” कहा जाता है। जैसे-जैसे वह बड़ा होता जाता है, यह बालक वयस्क नर या पुरुष बनता जाता है। “बालक” शब्द के प्रयोग को मानवीय भाषा काव्य कहा जाता है।
दो से चार साल की उम्र के बीच एक बच्चे की शब्दावली 300 शब्दों तक बढ़ जाती है। आपको बता दें की तीन वर्ष तक का बालक अपने आपके बारे में संज्ञा शब्द से है।
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथमा | बालकः | बालको | बालकाः |
द्वितीया | बालकम् | बालको | बालकान् |
तृतीया | बालकेन | बालकाभ्याम | बालके: |
चतर्थी | बालकाय | बालकाभ्याम् | बालकेभ्यः |
पंचमी | बालकात् | बालकाभ्याम् | बालकेभ्यः |
षष्ठी | बालकस्य | बालकयोः | बालकानाम् |
सप्तमी | बालके | बालकयोः | बालकेषु |
सम्बोधन | हे बालक ! | हे बालकौ ! | हे बालकाः । |
अकारांत शब्द का परिचय
हमने आपको ऊपर के लेख में अकारांत शब्द का अर्थ और अकारान्त पुंल्लिग बालक शब्द के रूप के बारे में बताया है। अब हम आपको अकारांत शब्द रूप का परिचय देने वाले हैं। वे आकारान्त शब्द कहलाते हैं। अकारान्त पुल्लिंग शब्दों जैसे देव, नर, नृप, बालक, विद्यालय आदि के रूप राम शब्द की तरह चलते हैं।
जिन शब्दों का उच्चारण करने पर अन्त में ‘अ ‘ की ध्वनि आती है उन्हें इकारान्त शब्द कहते हैं। जिनके अंत में ‘ अ ‘ होता है. लता, बाला, रमा, बालिका, विमला, वीना,आदि अनेक शब्द है।
पुछे गए प्रश्न (FAQs)
इससे ऊपर के लेख में हमने आपको अकारांत शब्द रूप के बारे में बताया तथा इसके साथ हमने आपको अकारांत संज्ञा शब्द के बारे में हिंदी अर्थ के बारे में बताया है। अब हम आपको अकारांत शब्द रूप से सम्बंधित पूछे गए प्रश्न के बारे में बताते हैं। जो निम्नलिखित हैं।
प्रश्न- अकारांत शब्द रूप कौन कौन से होते हैं?
उत्तर- जिन शब्दों के अंत में अकार अक्षर आता है, वे अकारांत शब्द कहलाते हैं।
- ( अकार + अन्त)
- अर्थात जिनके अंत में ‘ अ ‘ होता है।
- जैसे – राम, शाम गज जनक, छात्र बालक, देव, बाल
- आकारान्त शब्द वे शब्द है जिनके अंत में आकार होता है।
- (आकार + अन्त)
- अर्थात जिनके अंत में ‘आ’ होता है।
प्रश्न- अकारान्त पुल्लिंग शब्द क्या होते हैं?
उत्तर- ‘बालक’ अजन्त आकारान्त का पुरुष संज्ञा शब्द रूप है। वृक्ष, शिक्षक, छात्र, पुरुष, देवता आदि शब्द जो नपुंसक पुल्लिंग हैं, उन सभी का एक ही रूप होगा।
प्रश्न- संस्कृत में कितने रूप होते हैं?
उत्तर- संस्कृत में तीन शब्द हैं: एकवचन, द्विवचन और बहुवचन। लिंग तीन प्रकार के होते हैं। पुरुष, महिला और नपुंसक। कुल आठ विभक्तियाँ हैं जिनमें पता उनके बीच एक कारण संबंध दर्शाता है। संज्ञा-शब्द रूप शब्द, लिंग और स्वर के अनुसार लगातार बदलते रहते हैं।
प्रश्न- अकारांत पुलिंग व आकारांत स्त्रीलिंग में क्या अंतर है स्पष्ट कीजिए?
उत्तर- लिंग संज्ञा रूप को दिया गया नाम है जिसे पुरुष या महिला होने के रूप में पहचाना जाता है। स्त्रीलिंग संज्ञा का नाम है जो स्त्री जाति के विचार को व्यक्त करता है। जैसे मौसी और मामी। पुल्लिंग – पुल्लिंग संज्ञा वह है जो पुरुष जाति का बोध कराती है।
प्रश्न- संस्कृत में पांच लकार कौन कौन से होते हैं?
उत्तर- उनमें से केवल पांच – लोट लकार, लंगलाकर, लकार, लोट लकार, और विधि लालकर – इस समय फैशनेबल हैं।
निष्कर्ष
आज के इस आर्टिकल में हमने आपको Akarant Shabd Roop अकारांत शब्द का अर्थ और अकारान्त पुंल्लिग बालक शब्द के रूप के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी। हमने आपको Akarant Shabd Roop से सम्बंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों के बारे में बताया है। अकारांत शब्द रूप से सम्बंधित प्रश्न अक्सर परीक्षाओं में पूछ लिए जाते हैं।
मैं उम्मीद करता हूँ अब आपके मन में अकारांत शब्द रूप से सम्बंधित सारे प्रश्न दूर हो गए होंगे। परीक्षाओं में अक्सर ऐसे प्रश्न पुछ लिए जाते हैं इसलिए आपको इन शब्दों के बारे में जानकारी होना चाहिए। उम्मीद करता हूँ आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया होगा। अगर आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों में ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।
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