कन्या शब्द रूप संस्कृत में – Kanya Shabd Roop in Sanskrit
हेल्लो दोस्तों स्वागत है आपका हमारी शब्दरूप वेबसाइट पर जहा हम आपके लिए हमेशा नए नए यूज़ फुल आर्टिकल लेकर आते रहते हैं। आज के इस आर्टिकल में हम आपको Kanya Shabd Roop का संस्कृत अर्थ बताने वाले है और इसके साथ ही हम कन्या शब्द से सम्बंधित पूछे जाने वाले प्रश्नों के बारे में बताने वाले हैं।
आप सभी को पता है कन्या शब्द हिंदी का एक साथ है जिससे Kanya Shabd Roop से संबंधित बहुत से ऐसे प्रश्न होते हैं जो छात्र छात्राओ से पूछ लिए जाते हैं। अक्सर हिंदी संस्कृत की परीक्षाओ में Kanya Shabd Roop का अर्थ पुछ लिया जाता है इसलिए आपको इसके बारे में जानकारी होना अवश्य है।
हमने इससे पिछले आर्टिकल में आपको Bala Shabd Roop in Sanskrit अर्थ के बारे में विस्तार से बताया और बाला शब्द से सम्बंधित अक्सर पुछे जाने वाले प्रश्नों के बारे में बताया था। अगर आपने हमारा पिछला आर्टिकल नही पढ़ा है तो आप हमारे द्वारा उपर दिए गए लिंक पर क्लिक करके पिछले आर्टिकल को आसानी से पढ़ सकते हैं।
अगर आपको Kanya Shabd Roop के बारे में नही पता और आप कन्या शब्द के बारे में जानना चाहते हैं तो आप बिल्कुल सही जगह आये हैं। अक्सर देखने को मिलता है कक्षा 6, 7, 8, 9, 10 के विद्यार्थियों को माला शब्द रूप के बारे में पुछ लिया जाता है।
यदि आप Kanya Shabd Roop के बारे में संस्कृत में जानना चाहते हैं तो आप हमारे द्वारा लिखे गए इस आर्टिकल को अंत तक ध्यानपूर्वक पढ़ें।
कन्या शब्द का अर्थ (Kanya Shabd Roop)
अगर आप कन्या शब्द का अर्थ जनना चाहते हैं तो बिलकुल सही आर्टिकल पढ़ रहे हैं। कन्या नाम का अर्थ “बेटी, कन्या का मतलब कुंवारी” होता है। वास्तव में संस्कृत शब्द काना, जिसका अर्थ है चमकना वहीं से कन्या शब्द आया है। याक शब्द में एक शीर्ष प्रत्यय जोड़कर कण धातु “कन्या दीप्तये इति” वाक्यांश
बनाती है।
लड़की को गौरी नाम दिया गया था जब लेक्सियोग्राफर्स ने उसे उम्र, स्थिति और लिंग सौंपा था। एक महिला की उम्र इस बात से निर्धारित होती थी कि एक छोटी लड़की बिना कपड़ों के कितनी देर तक रह सकती है।
Kanya Shabd Roop in Sanskrit
कन्या एक स्त्रीलिंग संज्ञा है जिसमें स्त्रीलिंग है। जैसे राधा, सीता, बाला, राज्य (दशा), गुरु, लता, माला, नासिका, अम्बा, अयोध्या, अहिंसा, अज, राम, इच्छा, उमा, अजना, निशा, ज़रा आदि सभी निराकार स्त्रीलिंग संज्ञाएँ उत्पन्न होती हैं। उसी तरह। भारत में कन्या नाम की कन्या को देवता के रूप में पूजा जाता है। ऐसी सभी स्त्रीलिंग संज्ञाएं एक ही तरह से बनाई जाती हैं।
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथमा | कन्या | कन्ये | कन्याः |
द्वितीया | कन्याम् | कन्ये | कन्याः |
तृतीया | कन्यया | कन्याभ्याम् | कन्याभिः |
चतुर्थी | कन्यायै | कन्याभ्याम् | कन्याभ्यः |
पंचमी | कन्यायाः | कन्याभ्याम् | कन्याभ्यः |
षष्ठी | कन्यायाः | कन्ययोः | कन्यानाम् |
सप्तमी | कन्यायाम् | कन्ययोः | कन्यासु |
सम्बोधन | हे कन्ये! | हे कन्ये! | हे कन्याः! |
पुछे गए प्रश्न (FAQs)
इससे ऊपर के आर्टिकल में हमने आपको कन्या शब्द रूप का अर्थ बताया और Kanya Shabd Roop in Sanskrit के बारे में हिंदी में सब कुछ बताया है। अब हम आपको कन्या शब्द रूम से सम्बंधित पुछे जाने वाले प्रश्नों के बारे में बताने वाले हैं जो निम्नलिखित हैं।
प्रश्न- कन्या का विशेषण पद क्या है?
उत्तर- इन वाक्यों में ‘चंचल’ और ‘सुशील’ क्रमशः बालक और कन्या के विशेषण हैं।
प्रश्न- कन्या का स्त्रीलिंग रूप क्या है?
उत्तर- कन्या एक स्त्रीलिंग संज्ञा है जिसमें स्त्रीलिंग है। राम, निशा, जरा, अज, बाला, राधा, सीता, लता, माला, नासिका, स्थिति (दशा), उपदेशक, अम्बा, अयोध्या, अहिंसा, आदेश, इच्छा, उमा, श्रेणी आदि स्त्रीलिंग संज्ञाएँ हैं। सभी का निर्माण एक ही तरह से किया गया है।
प्रश्न- कन्या वाले कैसे होते हैं?
उत्तर- इस लग्न के जातक स्वाभाविक रूप से विनम्र और मृदुभाषी होते हैं। ये लोग सच्ची मित्रता प्रदर्शित करते हैं और इसे कायम रखने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार रहते हैं। ये लोग शुरू में एक चुनौती का सामना करने पर चिंतित हो जाते हैं, लेकिन वे जल्दी से संयमित हो जाते हैं और स्थिति को संभाल लेते हैं।
प्रश्न- क्या कन्या राशि अच्छी है?
उत्तर- जो जीवन में लालित्य को महत्व देते हैं और समझदार शिक्षित लोग होते हैं। चित्रा नक्षत्र के पहले दो चरण, हस्त के अंतिम तीन चरण और उत्तरा फाल्गुनी इस चिन्ह को बनाते हैं। प्रभावशाली लोगों में जीवंत मुस्कान और लापरवाह रवैया होता है। स्वभाव से ये आलसी और उनींदा होते हैं।
प्रश्न- कन्या पुरुष व्यक्तित्व क्या है?
उत्तर- एक विशिष्ट कन्या पुरुष के लक्षणों में अवलोकन, यथार्थवाद और निर्भरता शामिल है। यह व्यक्ति अकेले आनंद लेता है, भीड़-भाड़ वाली जगहों को नापसंद करता है, और दूसरों पर भरोसा करने में कठिनाई होती है। वह एक गुप्त, आत्मनिरीक्षण करने वाला प्राणी है जो अपने नैतिक विश्वासों का अटूट पालन करता है।
प्रश्न- कन्या एक देवी है?
उत्तर- कन्या को मासूमियत की देवी के रूप में मनुष्य के स्वर्ण युग में हमारे बीच रहने का श्रेय दिया जाता है। मानवता के दुष्टता और भ्रष्टता में जाने के बाद, उसने पृथ्वी छोड़ दी। उनके जाने से धरती का स्वर्ग समाप्त हो गया।
निष्कर्ष
आज के इस आर्टिकल में हमने आपको Kanya Shabd Roop के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी। हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से Kanya Shabd Roop से सम्बंधित अक्सर पुछे जाने वाले प्रश्नों के बारे में बताया। अब मैं उम्मीद करता हूँ अब आपके मन में कन्या शब्द रूप से सम्बंधित सारे प्रश्न दूर हो गए होंगे।
परीक्षाओं में अक्सर ऐसे प्रश्न पुछ लिए जाते हैं इसलिए आपको इन शब्दों के बारे में जानकारी होना चाहिए। उम्मीद करता हूँ आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया होगा। अगर आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों में ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।
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