गो शब्द के रूप – Go Shabd Roop in Sanskrit (2024)
हेलो दोस्तों स्वागत है आपका हमारी “शब्दरूप” वेबसाइट पर जहा हम आपके लिए हम रोजाना यूज़ फुल आर्टिकल लेकर आते रहते हैं। आज के इस आर्टिकल में हम आपको Go Shabd Roop का अर्थ बताने वाले हैं इसके साथ ही हम आपको गो शब्द से संबंधित अक्सर परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्न के बारे में बताएँगे।
अगर आप एक स्टूडेंट हैं तो आप जानते ही होंगे कि शब्द रूप से सम्बंधित अक्सर परीक्षाओ में प्रश्न पुछ लिए जाते हैं। ऐसे ही कभी कभी Go Shabd Roop के बारे में भी परीक्षा में पुछ लिया जाता है। और आप परीक्षा में पुछे जाने वाले प्रश्नों का महत्व तो जनते ही होंगे।
परीक्षा में पूछा जाने वाला हर प्रश्न बहुत ही महत्वपूर्ण होता है। इसलिए आपको Go Shabd Roop के बारे में जानकारी होना चाहिए क्योंकि हिंदी संस्कृत की परीक्षा में ऐसे प्रश्न अक्सर पुछे जाते हैं। इससे पिछले आर्टिकल में हमने आपको Naam Shabd Roop in Sanskrit अर्थ बताया है और शब्द रूप से सम्बंधित प्रश्नों के बारे में भी बताया है।
अगर आपने हमारा पिछला आर्टिकल नहीं पढ़ा है तो आप हमारे द्वारा ऊपर दिए गए लिंक पर क्लिक करके हमारे पिछले आर्टिकल को आसानी से पढ़ सकते हैं। अक्सर कक्षा 6, 7, 8, 9, 10 के विद्यार्थियों से Go Shabd Roop के बारे में पुछ लिया जाता है।
अगर आप विधार्थी हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए बहुत ही फायदेमंद होने वाला है अगर Go Shabd Roop के बारे में संस्कृत में जानना चाहते हैं तो आप हमारे द्वारा लिखे गए इस आर्टिकल को अंत तक ध्यानपूर्वक पढ़ें।
गो शब्द का अर्थ (Go Shabd Roop)
क्या आप Go Shabd Roop का अर्थ जानना चाहते हैं तो आप बिल्कुल सही आर्टिकल पढ़ रहे हैं। गो शब्द एक ओकारांत पुल्लिंग /स्त्रीलिंग संज्ञा होता है। गो शब्द का अर्थ बैल/इंद्रिया/किरण/सूर्य होता है। इसके आलावा इसके अर्थ गाय, गो, धेनु, कंदुक, गेंद, पोलो को गेंद (संस्कृत से साम्य) । यद्यपि, अगरचे, (प्रत्य.) कहनेवाला जैसे-‘हक़गो’ सच्ची बात कहनेवाला भी होता है।
“गो” शब्द के स्त्रीलिंग और पुल्लिंग दोनों शब्द रूप एक ही होंगे। पुल्लिंग में गो का अर्थ होगा। गो का अनुवाद अर्थ के रूप में किया जाएगा: गाय, पृथ्वी, वाणी, बैल, सूर्य, किरण और स्त्रीलिंग होगा।
Go Shabd Roop
इससे ऊपर के आर्टिकल में हमने आपको गो शब्द के अर्थ के बारे में बताया है और अब हम आपको Go Shabd Roop में बताने वाले हैं। आपको बता दें शब्द रूप की दृष्टि से संस्कृत व्याकरण में शब्दों को आकारान्त, आकारान्त, इकराँत, एकरान्त, उकारान्त, और रीकारान्त वर्गों में वर्गीकृत किया गया है।
शब्द रूप की दृष्टि से संस्कृत व्याकरण में शब्दों को आकारान्त, आकारान्त, इकराँत, एकरान्त, उकारान्त, रीकारान्त और ओ-कारन्त वर्गों में वर्गीकृत किया गया है। चाहे कोई शब्द (गो) नपुंसक, स्त्रीलिंग या पुल्लिंग हो, शब्द रूप को भी प्रभावित करता है।
Go Shabd Roop in Sanskrit
हमने आपको ऊपर के आर्टिकल में गो शब्द का अर्थ बताया है और Go Shabd Roop के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी हिंदी में दी है। अब हम आपको Go Shabd Roop in Sanskrit अर्थ के बारे में बताने वाले हैं।
आपको बता दें की गो शब्द पुल्लिड् संज्ञा शब्द है यह सभी नकारांत पुल्लिड के रूप में इस प्रकार बनते हैं वाणी,, बैल, इन्द्रिया, वैरिन् आदि पुंल्लिंग संज्ञापदों के रूप इसी प्रकार बनाते है। और अधिक जानने के लिए निचे टेबल दी गई है।
विभक्ति | एकवचन | द्विवचन | बहुवचन |
---|---|---|---|
प्रथमा | गौः | गावौ | गावः |
द्वितीया | गाम् | गावौ | गाः |
तृतीया | गवा | गोभ्याम् | गोभिः |
चतुर्थी | गोः | गोभ्याम् | गोभ्यः |
पञ्चमी | गोः | गोभ्याम् | गोभ्यः |
षष्ठी | गोः | गवोः | गवाम् |
सप्तमी | गवि | गवोः | गोषु |
सम्बोधन | हे गौः! | हे गावौ! | हे गावः! |
पुछे गए प्रश्न (FAQs)
इससे ऊपर के आर्टिकल में हमने आपको गो शब्द का अर्थ बताया और Go Shabd Roop in Sanskrit के बारे में हिंदी में महत्वपूर्ण जानकारी दी है। अब हम आपको गो शब्द से सम्बंधित अक्सर परीक्षा में पुछे जाने वाले प्रश्नों के बारे में बताएँगे जो निम्नलिखित हैं।
प्रश्न- गो शब्द से आप क्या समझते हैं?
उत्तर- ‘गो’ को स्त्रीलिंग और पुल्लिंग दोनों रूपों में लिखा जा सकता है। स्त्रीलिंग गो के लिए संस्कृत शब्द गाय, पृथ्वी और वाक् हैं।
प्रश्न- गो को संस्कृत में क्या कहते हैं?
उत्तर- गो, जिसे गाय, बैल, बैल, रे, पृथ्वी, वाणी आदि भी कहा जाता है।
प्रश्न- गौ शब्द की राशि क्या है?
उत्तर- कुछ सूत्रों के अनुसार कुम्भ राशिचक्र की ग्यारहवीं राशि है। कुम्भ उन लोगों की राशि है जिनका नाम गु, गे, गो, सा, सी, सू, से या दा से शुरू होता है।
प्रश्न- गो को प्राचीन काल में क्या कहते हैं?
उत्तर- गो को वी क्यूई के रूप में जाना जाता है, जो अपने मूल चीन में “खेल के आसपास” का अनुवाद करता है। यह “चार उपलब्धियां” का एक हिस्सा रहा है जो प्रत्येक चीनी सज्जन को कन्फ्यूशियस (लगभग 500 ईसा पूर्व) के समय से प्राप्त करना चाहिए।
प्रश्न- गो शब्द का आविष्कार कब हुआ था?
उत्तर- गो (एन।) पहली बार 1727 में इस्तेमाल किया गया था; go (v.) का पहली बार उपयोग 1796 में “एक घटना, एक घटना, एक मामला, या व्यापार का टुकड़ा” के संदर्भ में किया गया था। जिसका अर्थ है “होने की शक्ति, पानी का छींटा, शक्ति” 1825 की है और शुरू में इसका इस्तेमाल घोड़ों के लिए किया जाता था।
निष्कर्ष
आज हमने आपको इस आर्टिकल के माध्यम से Go Shabd Roop का अर्थ बताया है Go Shabd Roop के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी है। इससे साथ ही हमने गो शब्द रूप से सम्बंधित अक्सर पुछे जाने वाले प्रश्नों के बारे में बताया। अब मैं उम्मीद करता हूँ अब आपके मन में गो शब्द रूप से सम्बंधित सारे प्रश्न दूर हो गए होंगे।
अक्सर परीक्षाओ में ऐसे प्रश्न पुछ लिए जाते हैं इसलिए आपको इन शब्दों के बारे में जानकारी होना चाहिए। उम्मीद करता हूँ आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया होगा। अगर आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों में ज्यादा से ज्यादा शेयर करें।
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